आम आदमी के लिए रेलवे से टिकट बुक कराने के लिए बनी आईआरसीटीसी की वेबसाइट को अवैध साफ्टवेयर के जरिए हैक कर एक साथ कई टिकट आरक्षित करने वाले एक आरोपी को आरपीएफ व सीआईबी की संयुक्त टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। पकड़ा गया आरोपी अवैध साफ्टवेयर से ई-टिकट बनाकर महंगे दामों पर यात्रियों को उपलब्ध कराता था। आरोपी के कब्जे से 12 ई-टिकट 12 हजार रुपये कीमत के 12 ई-टिकट व टिकट बनाने में प्रयोग होने वाले अवैध साफ्टवेयर व उपकरण बरामद किए हैं। सीआईबी के अभय कुमार व रेलवे सुरक्षा बल के प्रभारी रमेश चंद मीना अपने टीम के साथ शुक्रवार को सुरैना स्थित प्रतीक कंप्यूटर पर छापेमारी की। इस दौरान कंप्यूटर संचालक नवरत्न वर्मा निवासी सोहराभार थाना रौनापार को रेल टिकटों के अवैध कारोबार के आरोप में हिरासत में ले लिया। वह आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर विभिन्न व्यग्तिगत आईडी बनाकर सॉफ्टवेयर वोल्टास व एनगेट की मदद से आरक्षित रेल ई-टिकट बनाकर जरूरतमंद ग्राहकों को अधिक रुपये लेकर टिकट उपलब्ध कराता था। जबकि वह आईआरसीटीसी का एजेंट भी नहीं है। बरामद रेल आरक्षित टिकटों में सात लाइव रेल ई-टिकट जिसकी 7391.20 व पांच पुराना रेल ई-टिकट जिसकी कीमत 5186.70 रुपये की है। टीम ने टिकट बनाने में प्रयुक्त उपकरण लैपटॉप, प्रिंटर व अन्य संबंधित सामान जब्त कर लिए। रेलवे पुलिस की इस कार्रवाई से अन्य टिकट दलालों में हड़कंप सरीखा माहौल बना हुआ है। पकड़ा गया आरोपी अवैध साफ्टवेयर का सेलर का भी काम करता था।
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