बेगूसराय:तारी उत्पादन एवं बिक्री में पारंपरिक रूप से जुड़े परिवारों के जीवकोपार्जन के लिए सात फरवरी से सर्वे कराया जाएगा। सर्वेक्षण के संबंध में किए जाने वाले कार्यों की तैयारियों के मद्देनजर डीएम अरविंद कुमार वर्मा ने शनिवार को सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों, जीविका के प्रखंड परियोजना प्रबंधकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा की।
डीएम ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा ताड़ी के उत्पादन एवं बिक्री में पारंपरिक रूप से जुड़े परिवारों के जीविकोपार्जन संबंधी गतिविधियों में सहयोग प्रदान करने के लिए नीरा परियोजना, सतत जीविकोपार्जन योजना एवं अन्य कल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है। सतत जीविकोपार्जन योजना में संबंधित परिवारों को जीविकोपार्जन के विभिन्न गतिविधियों के लिए क्षमतावर्द्धन एवं आर्थिक सहयोग प्रदान किया जाता है। इसी कड़ी में राज्य सरकार से प्राप्त निर्देश के आलोक में जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में ताड़ी के उत्पादन एवं बिक्री में पारंपरिक रूप से जुड़े परिवारों का सर्वेक्षण किया जाना है।
उन्होंने बताया कि शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में सर्वेक्षण कार्य सुनिश्चित करने के लिए संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी को नोडल पदाधिकारी के रूप में नामित किया गया है। जिनका दायित्व होगा कि सर्वेक्षण दल को आवश्यक प्रशिक्षण, अनुश्रवण एवं पर्यवेक्षण करते हुए सर्वेक्षण कार्य समय पर पूरा कराएं। सर्वेक्षण के लिए नगर क्षेत्रों तथा ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायतवार सर्वे दल 31 जनवरी तक गठित करने का निर्देश दिया गया है। इसके साथ ही पर्यवेक्षक एवं सर्वेक्षण दल में शामिल सभी सदस्यों के लिए प्रखंड-नगर निकाय स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के आयोजन का निर्देश दिया गया है। सात फरवरी से सर्वेक्षण कार्य शुरू किया जाना है। सभी आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित कराने का निर्देश जीविका के जिला एवं प्रखंड परियोजना प्रबंधक को दिया गया है। 15 फरवरी तक सर्वेक्षण कार्य पूर्ण करने का निर्देश दिया गया है, सर्वेक्षण के सुचारू क्रियान्वयन तथा निर्धारित समयावधि में पूरा कराने के लिए जीविका के जिला परियोजना प्रंबधक को नोडल पदाधिकारी बनाया गया है।
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