● बिना पिच्छी के साधु दिगम्बर नही होता:- गणिनी आर्यिका
● मयूर पंख से बनी पिच्छी संयम का उपकरण:- वात्सल्यमयी गुरुमाँ
● बुंदेलखंड की चैतन्य मूर्तियां सम्पूर्ण भारत देश मे धर्म प्रभावना कर रही हैं: विभाश्री माताजी
● विरागसागर जी महाराज का 31 वां आचार्य पदारोहण दिवस संयम महोत्सव के रूप में मनाया।
● पिच्छीका परिवर्तन समारोह में भक्ति में जमकर झूमें भक्तगण।
झाँसी:- श्री दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र साँवलिया पार्श्वनाथ करगुंवाजी में भारत गौरव,राष्ट्रसंत,बुंदेलखंड के प्रथम दिगम्बराचार्य गणाचार्य श्री विरागसागर जी महामुनिराज का 31वां आचार्य पदारोहण दिवस एवं गणिनी आर्यिकारत्न विभाश्री माताजी ससंघ का भव्य पिच्छीका परिवर्तन समारोह संयम महोत्सव के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर पूज्य माताजी ने अपनी मंगल प्रवचन में दिव्यदेशना देते हुए कहा कि बिना पिच्छी कमंडल के दिगम्बर जैन श्रमण संस्कृति में साधु नही होतें है,मयूर पंख से बनी यह पिच्छी अहिंसा महाव्रत का पालन कराने में सहायक संयम का उपकरण हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह जयपुर राजस्थान में बनी अचेतन मूर्तियां प्रतिष्ठा उपरांत सम्पूर्ण देश मे पूजी जाती है,उसी तरह बुंदेलखंड से दिगम्बर साधु-संतों के रूप में निकली चैतन्य मूर्तियों के द्वारा सम्पूर्ण देश मे धर्मप्रभावना करते हुए पूजी जाती हैं।
इस अवसर पर गुरुदेव विरागसागर जी महाराज का चित्र अनावरण एवं दीप प्रज्जवन पंचायत समिति के कार्याध्यक्ष युथुप जैन ‘पिंकी सर्राफ’, वरिष्ठ समाजसेवी अजित जैन ‘बीड़ी वाले’, प्यावलजी मंत्री खुशाल जैन, सुनील जैनको, अशोक जैन ‘नीम’, जिनेंद्र सर्राफ, अनिल जैन बीड़ी वाले, विमल जैन ‘बड़ागांव वाले’ ने किया।
जिज्ञासा बहु मण्डल की श्वेता सर्राफ, प्राची जैन,प्रगति जैन,नीलम नायक एवं बालिका मण्डल से साक्षी जैनको,ऐरा जैन ‘विश्वपरिवार’ ने मंगलाचरण प्रस्तुत किया।
चातुर्मास के मुख्य संयोजक राजीव जैन सिर्स ने पूज्य माताजी के चरणों मे शीत कालीन वाचना झाँसी में करने का निवेदन किया। करगुंवाजी तीर्थ मंत्री संजय सिंघई ने वात्सल्यमयी आर्यिकासंघ का गुणगान किया।पूर्व मंत्री प्रदीप जैन ‘आदित्य’ ने माताजी संघ की सरलता-सहजता एवं सौम्यता के गुण को नमन किया।
माताजी के चरणों का पाद प्रक्षालन श्रीमती अंजलि-राजीव जैन,सारिका अरुण जैन ‘सिर्स परिवार’ एवं शास्त्र भेंट ऋषभ जैन ‘सूरत वालों’ ने किया।
भक्तामर स्तोत्र की पुस्तक का विमोचन करने का सौभाग्य पुण्यार्जक उत्तरांचल तीर्थ क्षेत्र कमेटी के महामंत्री प्रवीण जैन ‘पत्रकार’ आलोक जैन, प्रदीप जैन दिनेश जैन ‘डीके’ को प्राप्त हुआ।
पिच्छिका परिवर्तन समारोह में विभाश्री माताजी की पिच्छी सिंघई मनीषा-मनोज जैन ‘मातुश्री’, विनयश्री माताजी की पिच्छी सिंघई सारिका-संजय जैन एवं संघस्थ आर्यिकाओं की पिच्छी क्रमशः मेघा-प्रदीप जैन,दिव्यांश दीपांक ‘महरौनी वाले’, नेहा-अलंकार ‘मऊरानीपुर वाले’, अनुपमा-अमित प्रधान ‘विश्वपरिवार’, प्रिया-पंकज जैन ‘गुदरी’, पूजा-राहुल जैन ‘माची’, कल्पना-शरद जैन, प्रदीप जैन अर्चना-दिनेश जैन ‘डीके’, अनिता जैन पवई’ को प्राप्त करने सौभाग्य मिला।
इस अवसर पर बाहर से पधारे हुए अतिथियों का स्वागत पंचायत कनिष्ठ उपाध्यक्ष वरुण जैन,सदस्य रविन्द्र जैन ‘रेल्वे’, मनोज नायक,डॉ राजीव जैन,आलोक जैन ‘विश्वपरिवार’,राजीव जैन ‘शिवाजी’,गौतम जैन ‘सुपाड़ी’,आशीष जैन ‘माची’, विनोद जैन ठेकेदार, अशोक जैन ‘रत्नसेल्स’, विशाल जैन ‘गुदरी’, नरेश जैन ‘नीटू’ ने किया
चातुर्मास की आवास व्यवस्था हेतू श्रीमती-दीप्ति जैन एवं नरेश जैन ‘मल्लन’ को सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर पंचायत अध्यक्ष प्रकाशचंद जैन ‘एडवोकेट’,ऑडीटर राजकुमार भण्डारी,सदस्य शिरोमणि जैन, मनोज अछरौनी,संजय जैन ‘गुदरी’,सचिन सर्राफ,अमन जैन, शुभम जैन,अनूप जैन ‘सनी’,मयंक जैन,रवि जैन,अविनाश मड़वैया,यश सिंघई,सीमित जैन,आग्रह जैन,अनूप जैन पत्रकार ने श्रीफल भेंट किये।
कार्यक्रम का संचालन सौरभ जैन ‘सर्वज्ञ’ एवं आभार गौरव जैन ‘नीम’ ने किया।
प्रेषक:-
सौरभ जैन ‘सर्वज्ञ’
कार्यक्रम संचालक/मीडिया प्रभारी
गुरुमां विभाश्री चातुर्मास व्यवस्था समिति,झाँसी
9140535648
9795682269