छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिला शिक्षा अधिकारी का पद बहुत ही गरिमामयी पद माना जाता है.. और उनसे हमेशा समझदार व्यवहार की उम्मीद की जाती है.. बिलासपुर जिला शिक्षा अधिकारी अशोक भार्गव का कार्यकाल आज पूरा हुआ.. रिटायरमेंट के अवसर पर उन्हें यादगार बिदाई देने के लिए विभाग द्वारा तैयारियां भी की गई थी.. लेकीन शिक्षित विभाग के अधिकारी और कर्मचारी मजे में इतना मशगूल हो गए कि.. प्रशासन के नियमों का पालन करना ही भूल गया.. यहां तक कि जिला शिक्षा अधिकारी अशोक भार्गव भी लापरवाही पर समर्थन देते दिखाई दिए.. बता दें कि.. बिलासपुर के जिला शिक्षा अधिकारी अशोक भार्गव का विवादों से पुराना नाता रहा है.. इससे पहले इंग्लिश एक्सीलेंस मीडियम स्कूल के अनावरण के पूर्व संध्या में बच्चों के नाम जातिगत आधार पर बोर्ड में लिखने पर निरीक्षण के लिए पहुंचे बिलासपुर कलेक्टर सारांश मित्तर बुरी तरह भड़क गए थे.. जिसके बाद उन्होंने ज़िला शिक्षा अधिकारी समेत अन्य अधिकारियों को सस्पेंड करने तक की धमकी दे दी थी.. इतना ही नहीं पूर्व में प्राइवेट स्कूलों की कई मनमानियों पर कर्रवाई नहीं करने की वजह से छात्रसंघों द्वारा ज़िला शिक्षा अधिकारी अशोक भार्गव से विवाद होते रहे हैं..
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