जौनपुर । यूपी के जौनपुर जिले के खेतासराय थाना क्षेत्र के नौली गांव के प्रधान व वकील की मिलीभगत से एक स्वरचित कूटदस्तावेज तैयार करने का एक ऐसा मामला आया है। जो लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया है। प्रधान व वकील खुद ही मजिस्ट्रेट बन गये। डीएम के द्वारा एक आदेशित प्रार्थना पत्र में प्रधान ने वकील से मिलकर अपनी ही कलम से लिख दिया ” यथास्थित कायम”। अर्थात आवेदन में स्टे दिखा दिया। जिला प्रशासन की तहरीर पर लाइन बाजार थाने की पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके दोनों आरोपियों का चलान कर दिया।
डीएम कार्यालय के बाबू प्रमोद कुमार सिंह ने पुलिस को दिए शिकायती पत्र में कहा नौली गॉव के रोशन लाल पुत्र संतलाल ने पट्टा की एक विवादित जमीन के विषय मे बीते 2 मार्च को डीएम कार्यालय में विपक्षी विनोद पुत्र चंद्रिका सोहन पुत्र धावन, सिद्धू पुत्र मंगला, जयप्रकाश पुत्र बुद्धू, फिरतू पुत्र किशोर को जमीन पर कब्जा रोकने के संबंध में एक प्रार्थना पत्र दिया था। जिसका मुकदमा मण्डलायुक्त वाराणसी के न्यायालय में विचाराधीन है। प्रार्थना पत्र पर जिलाधिकारी कार्यालय से एसडीएम शाहगंज को नियमानुसार कार्रवाई करने के लिए आदेशित किया था। परंतु आवेदक रोशन लाल ने अपने वकील विशाल यादव के साथ मिलकर कूटरचित षड़यंत्र करते हुए अपने निजी लाभ के लिए जिलाधिकारी कार्यालय के आदेश के आगे “यथास्थिति कायम रखने” शब्द को बढ़ाकर लिख दिया। रोशन लाल खेतासराय थाना अंतर्गत नौली गॉव के प्रधान है। संवाददाता दिलीप कुमार यादव
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