वाराणसी की लंका पुलिस और क्राइम ब्रांच ने 35 टन गेहूं ट्रक समेत गायब करने वाले ड्राइवर सहित चार आरोपियाें को बृहस्पतिवार रात रमना स्थित हाईवे से गिरफ्तार कर लिया। इनके कब्जे से लूट के 35 टन गेहूं, ट्रक और डेढ़ लाख नकद बरामद हुआ। पिछले माह 16 जून को कुदरा, कैमूर बिहार से उड़ीसा ले जाने के दौरान आरोपियों ने बेचने की नीयत से ट्रक सहित माल गायब कर दिया था। 28 जून को लंका थाने में दर्ज मुकदमे के आधार पर पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया।
चंदौली के पीडीडीयूनगर कोतवाली अंतर्गत सुभाष नगर निवासी ट्रांसपोर्टर कुलवेंदर सिंह ने लंका थाने में मुकदमा दर्ज कराया था कि कैमूर बिहार से उड़ीसा कटक के लिए 35 टन गेहूं माल की बुकिंग थी। ट्रांसपोर्टर के अनुसार ट्रक मालिक व चालक आजमगढ़ महुआर गांव निवासी विजय यादव कैमूर से उड़ीसा के लिए चला, लेकिन हफ्ते भर बाद भी नहीं पहुंचा। बीच में बात हुई तो ट्रक खराब होने हवाला दिया, उसके बाद मोबाइल बंद मिला।
विजय के बारे में पता लगाया तो मालूम चला कि डाफी टोल प्लाजा पर ट्रक पहुंचा उसके बाद नहीं मिला। क्राइम ब्रांच प्रभारी अश्विनी पांडेय और लंका इंस्पेक्टर महेश पांडेय ने विजय की तलाश शुरू की तो आजमगढ़ में लोकेशन मिली, क्राइम ब्रांच ने दबिश देकर विजय को गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान विजय के साथ गांव के शुभम गुप्ता, रामनगर के मच्छरहट्टा वार्ड के चंदप्रकाश शर्मा और विनोद कुमार मौर्य भी साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार हुए।
रामनगर में बेचा था 35 टन गेहूं
पुलिस की पूछताछ में विजय ने कबूला कि ट्रक में फर्जी नंबर प्लेट लगाकर रामनगर औद्योगिक क्षेत्र के एक फ्लोर मिल पहुंचे और यहां चंद्रप्रकाश शर्मा और विनोद मौर्य के कहने पर डेढ़ लाख रुपये में 35 टन गेहूं का सौदा तय हुआ।