बिलासपुर 30 जुलाई 2021। कोरोना के संभावित तीसरी लहर को देखते हुए इससे बचाव के लिए जिले में व्यापक तैयारी की जा रही है। संभागीय कोविड अस्पताल में बेड बढ़ाने के साथ-साथ बच्चों के लिए भी अलग से 40 बेड का आईसीयू वार्ड तैयार किया गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में मितानिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर से निपटने के लिए प्रशिक्षण और दवाएं उपलब्ध कराई जा चुकी है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बिलासपुर ने बताया कि कलेक्टर डाॅ. सारंाश मित्तर के मार्गदर्शन में कोविड संक्रमण के तीसरे लहर से निपटने के लिए संभागीय कोविड अस्पताल में बेड की संख्या 100 सेे बढ़ाकर 200 किया जा रहा है। सभी बेड में आॅक्सीजन सप्लाई रहेगी इसके लिए दो अतिरिक्त आॅक्सीजन प्लांट बनाए जा रहे है। वर्तमान में चल रहे एक प्लांट को मिलाकर कुल तीन आॅक्सीजन प्लांट से मरीजों तक आॅक्सीजन की सप्लाई होगी। साथ ही 100 पोर्टेबल वार्ड भी बनाया जा रहा है। एक बिस्तर के इन पोर्टेबल वार्डों में मरीज के लिए बिस्तर, पंखा, लाईट, बाथरूम सभी सुविधाएं उपलब्ध रहेगी। छत्तीसगढ आयुर्विज्ञान संस्थान सिम्स के कोरोना वार्ड में भी 140 से अधिक आॅक्सीजनेटेड बेड उपलब्ध है। कोरोना जांच के लिए यहां तीन आरटीपीसीआर मशीन उपलब्ध है। सिम्स में 250 केवीए का नवीन आॅक्सीजन जनरेटर प्लांट भी निर्माणाधीन है। तीसरी लहर में बच्चों के ज्यादा प्रभावित होने की आशंका को मद्देनजर रखते हुए शिशु रोग वार्ड में मेडिकल गैस पाईपलाइन, सेक्शन पाईपलाइन स्थापित किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त रेलवे, एसईसीएल, एनटीपीसी के अस्पताल, अपोलो अस्पताल सहित 35 निजी अस्पतालों में भी तैयारी है। तखतपुर, बिल्हा, मस्तूरी एवं कोटा में बनाए गए कोविड केयर सेंटरों में भी पूर्व में बनाई गई व्यवस्था को यथावत् रखते हुए सुविधाएं बढ़ाने के निर्देश दिए गए है।
ग्रामीण क्षेत्र में मितानिन एवं आंगनबाड़ी कार्यकताएं घर-घर जाकर वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित कर रही हंै। संक्रमण से निपटने के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। मितानिनों को कोरोना दवा किट एवं दवा पेटी उपलब्ध करा दिया गया है। जिससे वे संक्रमण के प्रारंभिक स्तर पर ही मरीजों को दवाएं दे सकें।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. प्रमोद महाजन ने बताया कि कोरोना के साथ-साथ मौसमी बीमारियों से भी निपटने के लिए सभी खण्ड चिकित्सा अधिकारियों को आवश्यक निर्देश जारी किया गया है।