भारत (उत्तरप्रदेश): रक्षाबंधन का त्योहार इस बार 50 वर्षों बाद ऐसे विशेष संयोग पर मनाया जाएगा। इस बार रक्षा बंधन रविवार (22 अगस्त 2021) को मनाया जाएगा। हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, रक्षाबंधन का पर्व श्रवण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है जो कि इस बार 22 अगस्त 2021 को है। ज्योतिषाचार्य पंडित कामेश्वर नाथ चतुर्वेदी के अनुसार रक्षाबंधन के दिन ग्रह एवं नक्षत्रों का शुभ संयोग बन रहा है। इस दिन घनिष्ठा नक्षत्र के साथ ही शोभन योग है। शोभन योग से शुभता में वृद्धि होगी। उन्होंने बताया कि इस दिन पूर्णिमा तिथि का मान शाम 5:31 बजे तक एवं धनिष्ठा नक्षत्र रात्रि 7:38 बजे तक है। चंद्रमा कुंभ राशि में होंगे।
राखी बंधवाते समय भाई का मुख पूरब दिशा में और बहन का पश्चिम दिशा में होना उत्तम माना जाता है। बहनें रोली, अक्षत का टीका अपने भाई को लगाएं, घी के दीपक से आरती उतारें, उसके बाद मिष्ठान खिलाकर भाई के दाहिने कलाई पर राखी बांधें। ज्योतिषाचार्य चतुर्वेदी ने बताया कि राखी बांधते समय यह मंत्र पढ़ना चाहिए ताकि इसका शुभ परिणाम मिल सके। इस रक्षा सूत्र का वर्णन महाभारत में भी आता है।
मंत्र : ॐ येन बद्धो बली राजा।
दानवेन्द्रो महाबल:। तेन त्वामभि बध्नामि ।
रक्षे मा चल मा चल।