वाराणसी से : Vandana Pandey
भारत की बेटी ने रविवार को टोक्यो पैरालंपिक में इतिहास रच दिया. टेबल टेनिस गेम में भाविना ने सिल्वर पदक जीता है. फाइनल में भाविना को झाउ यिंग ने 3-0 से पराजित किया. झाउ यिंग पहले दो बार स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं. भाविना ऐसी दूसरी महिला खिलाड़ी बन गई हैं, जिन्होंने भारत के लिए पैरालंपिक में पदक जीता हो. भाविना ने कहा आखिरी मुकाबले में वो घबरा गईं, इसलिए प्रदर्शन खराब हो गया. और उन्हें सिल्वर पदक से ही संतोष करना पड़ा ,,,
वो फाइनल में 3-0 के अंतर से हारकर गोल्ड जीतने से चूक गईं. भाविना ने महिला सिंगल्स क्लास 4 में सिल्वर मेडल जीत इतिहास रच दिया हैं.
भाविना पटेल भारत के लिए टेबल टेनिस में मेडल जीतने वाली पहली खिलाड़ी हैं. गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने भाविना को तीन करोड़ रुपये इनाम राशि देने का एलान किया है.
विजय रूपाणी ने भाविना को पैरालंपिक में मेडल जीतने पर बधाई दी.
34 साल की भाविना पटेल गुजरात के मेहसाणा की रहने वाली हैं. उनका जन्म 6 नवंबर 1986 को मेहसाणा जिले में वडगर के एक छोटे से गांव में हुआ था. भाविना जब महज एक साल की थी तब ही वोपोलिया की शिकार हो गई थी. उनके माता पिता ने इस बीमारी से निजात दिलाने के लिए विशाखापट्टन में भाविना का ऑपरेशन भी करवाया, जो कि असफल रहा.
- इन सब कठिन हालात में भी भाविना ने अपने जीत के जज्बे को जिंदा रखा. उन्होंने शौकिया तौर पर टेबल टेनिस खेलना शुरू कर दिया. उन्होंने व्हीलचेयर से ही टेबल टेनिस खेलना शुरू किया और आगे चलकर इसी को अपना जुनून और करियर बनाने का ठान लिया.
- आज पूरा देश उनके इस जज्बे को सलाम कर रहा है।
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