यूपी (रामपुर): मिलक भारतीय किसान संघ रामपुर के जिला अध्यक्ष आदेश शंखधार ने प्रेस नोट ज़ारी करके कहा है कि वर्तमान समय में हमारे भारत देश व उत्तर प्रदेश की सरकारों के खिलाफ़ कुछ स्वयंभू किसान नेता देश के भोले भाले कुछ किसानों को भड़का कर अपनी राजनीति कर रहे हैं। आपको बताते चलें कि पिछले लगभग नौ माह से दिल्ली की सीमाओं पर जो स्वमंभू किसान नेता डेरा डाले हुए हैं असल में उन्हें किसानों की वास्तविक समस्याओं से कोई लेना देना नहीं है। और उन्होंने ही 26 जनवरी को देश की आन बान और शान लाल किला की प्राचीर पर एक धार्मिक झण्डा लगाकर देश को शर्मसार किया यह बात जग ज़ाहिर है। यह किसान नेता सिर्फ़ और सिर्फ़ विपक्षी राजनीतिक दलों से मिली भगत करके किसानों को भड़काने का काम कर रहे हैं। आज उसी के क्रम में जो मुजफ्फरनगर में किसान महापंचायत बुलाई गई है उससे साफ़ हो गया है कि इन्हें कृषि बिलों से कोई लेना देना नहीं है। सिर्फ़ और सिर्फ़ विपक्षी राजनीतिक दलों के इशारे पर सरकार के खिलाफ़ आबाज़ बुलन्द करनी है। इस पंचायत को सरकार के सभी विपक्षी राजनीतिक दलों का समर्थन प्राप्त है तथा इन्हीं के द्वारा ही धन उपलब्ध कराया गया है। तथा एक स्वयंभू किसान नेता जो कि मुजफ्फरनगर से ही आते हैं उनके द्वारा भी दो बार चुनाव लड़ा गया था लेकिन वह वेचारे अपनी ज़मानत तक नहीं बचा पाए थे। तथा उनके पिता के समय में देश के प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री सिर्फ़ किसानों के सम्मान के लिए इनके घर पर आ जाते थे। तो इनके दिमाग में आज भी वही बात दिखाई देती है कि आज देश के प्रधानमंत्री और प्रदेश के मुख्यमंत्री हमारे घर पर क्यों नहीं आ रहे हैं। तो हमें गर्व है अपने देश प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री पर जो कि वह इन स्वमंभू किसान नेता के घर पर नहीं जाते। और लगातार किसानों के लिए नई नई योजनाएं लागू करने में लगे हुए हैं। आज देश का किसान सरकार से फसलों का लाभकारी मूल्य मिले तथा तीनों कृषि बिलों में संशोधन की माँग करता है। जिसे सरकार ज़ल्द से ज़ल्द लागू करे। इसी माँग को लेकर देश के किसानों के द्वारा किसानों के लिए चलाए जाने वाला ग़ैर राजनैतिक, राष्ट्रवादी किसान संगठन भारतीय किसान संघ देश से सभी जिला मुख़्यालयों पर 08 सितम्बर को धरना प्रदर्शन कर प्रधानमंत्री को जिलाधिकारी के माध्यम से ज्ञापन भेजेगा।
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