बिलासपुर 08 सितम्बर 2021। पशुधन विभाग द्वारा केन्द्रीय एकीकृत न्यादर्श सर्वेक्षण योजना अंतर्गत कार्यालय पशु चिकित्सा विभाग बिलासपुर में पशुधन सांख्यिकी शाखा द्वारा जिला स्तरीय एक दिवसीय वर्चुअल प्रशिक्षण का आयोजन आज किया गया है। वर्चुअल प्रशिक्षण की अध्यक्षता डाॅ. ए.के. मरकाम संयुक्त संचालक पशु चिकित्सा सेवायें जिला बिलासपुर द्वारा की गई। संयुक्त संचालक पशु चिकित्सा सेवायें डाॅ. ए.के. मरकाम द्वारा प्रशिक्षण में उपस्थित जिले के पशु चिकित्सा सहायक शल्यज्ञ एवं सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारियों को विभाग अंतर्गत सांख्यिकी कार्य में एकीकृत न्यादर्श सर्वेक्षण कार्य के उद्देश्य से अवगत कराया गया।
संयुक्त संचालक डाॅ. मरकाम द्वारा बताया गया कि एकीकृत न्यादर्श सर्वेक्षण कार्य जो पूर्व में आफलाइन द्वारा किया जा रहा था इसे अब सुविधाजनक एवं त्रुटिरहित करने हेतु आॅनलाईन किया गया है। शाखा अनुभाग अधिकारी डाॅ. विरेन्द्र पिल्ले के मार्गदर्शन में जिला मास्टर ट्रेनर डाॅ. तनमय ओत्तलवार एवं सहायक में श्री कैलाश गजभिये एसओ, श्री राहुल वैष्णव प्रगणक, श्रीमती राजकुमारी पमनानी एसओ द्वारा वर्चुअल प्रशिक्षण गूगल मीट के माध्यम से दिया गया।
एकीकृत न्यादर्श सर्वेक्षण कार्य का उद्देश्य –
एकीकृत न्यादर्श सर्वेक्षण कार्य का मुख्य उद्देश्य पशु उत्पाद दुग्ध, अण्डा, ऊन एवं मांस जिले में उत्पादन एवं प्रक्ति व्यक्ति आवश्यकता की पूर्ति हेतु सर्वेक्षण कर आंकड़ों का संकलन किया जाना है। सर्वेक्षण से प्राप्त आंकड़ों से शासन को योजना बनाने में सहायता होती है।
प्रशिक्षण के दौरान सभी उपस्थित अधिकारियों, कर्मचारियों को आईएसएस एप डाउनलोड कर ईंस्टाल कराया गया, प्रगणक या सुपरवाईजनर की आईडी एक्टिवेशन कार्य, ग्रामों, वार्डाें की मैपिंग आदि की जानकारी दी गई। आईएसएस एप में उपलब्ध अनुसूचि 1 से अनुसूचि 8 भरने की क्रमशः विस्तृत जानकारी दी गई एवं पूर्ण अनुसूचियां भरकर दिखाई गई। प्रगणकों के द्वारा अनुसूचियां भरने के बाद डाटा सिंक्रोनाईजेश कराने की विधि से अवगत कराया गया तत्पश्चात् सुपरवाईजर द्वारा डाटा का अवलोकन कर उसे सही पाये जाने पर सरवर में सबमिट एवं डाटा में त्रुटि होने पर राईज क्यूरी करने की विधि बताई गई। प्रशिक्षण दौरान डाॅ. एस.पी. सोनी द्वारा चारागाह संबंधी जानकारी एवं डाॅ. अजय अग्रवाल द्वारा 1200 से अधिक जनसंख्या ग्रामों में सर्वेक्षण संबंधी जानकारी एवं डाॅ. अजय पटेल द्वारा ग्रामों के चयन संबंधी जानकारी पर चर्चा कर समाधान किया गया। डाॅ. अजय अग्रवाल द्वारा क्षेत्र के प्रगणकों के लिए द्वारा सर्वेक्षण हेतु आईडी प्रदाय करने की मांग की गई, जिस पर आईडी बनाने संबंधी आश्वासन दिया गया।