रायबरेली-जिले के कैनाल रोड पर स्थित संजीवनी नर्सिग होम अपनी भ्रष्ट व अभद्र कार्यशैली से एक बार फिर चर्चाओं में है।यहां एक महिला की इलाज के दौरान मौत हो गई है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार संजीवनी नर्सिंग होम में अनिल कुमार निवासी ग्राम बेला खारा के परिजनों ने आरोप लगाया कि ग़लत इंजेक्शन दिए जाने से मरीज कि मौत हो गई है।उधर संजीवनी नर्सिंग होम की संचालिका डॉक्टर कुसुम जैन सभी आरोपों से अपना पल्ला झाड़ रहीं हैं हद तो तब पार हो गई जब जानकारी लेने पर संचालिका कुसुमा जैन ने अभद्रता भी कर डाली बताते आपको चलें कि ये वही नसिंग होम है कि कुछ दिन पूर्व एक महिला मरीज के ऑपरेशन के दौरान पेट में कैंची भूलने को लेकर सुर्खियों में आया था। अब ताजा मामला जिले के बेला खारा का आया है के रहने वाले अनिल कुमार अपनी पत्नी को लेकर शहर स्थित कैनाल रोड के संजीवनी नर्सिंग होम इलाज कराने आया था।यहां उसकी पत्नी को गलत इंजेक्शन दिया गया लेकिन 9 बजे रात में फिर दर्द होने लगा।अनिल ने नर्सिंग होम स्टाफ को बताया तो उन लोगों ने फिर से दर्द का इंजेक्शन दे दिया।मध्य रात्रि को फिर तकलीफ बढ़ी तो नर्सों ने तीसरी बार इंजेक्शन लगाया जिसके बाद पत्नी मूर्छित हो गई।नर्सों को आभास हुआ कि कुछ गड़बड़ है तो डॉक्टर को बुलाया गया।बाद में अनिल से कहा गया कि आप लोग बाहर जाएं।अनिल इस बात से नाराज़ हुआ और हंगामा बढ़ गया।इसी बीच पत्नी की सांसें उखड़ गईं।
फिर क्या देखते ही देखते नर्सिंग होम के सामने हंगामा होना शुरू हो गया परिजनों ने ग़लत इलाज का आरोप लगाया तो उल्टा संचालिका डॉक्टर कुसुम जैन ने परिजनों पर ही लापरवाही का आरोप मढ़ दिया।सूचना पाकर मौके पर पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के अफसर भी पहुंच गए।हम बता दें कि कुछ दिन पहले भी इसी अस्पताल में महिला के पेट के ऑपरेशन के दौरान कैंची छोड़े जाने का आरोप लगा था जिसे सीएमओ ने क्लीन चिट दिया था।एक बार फिर गेंद सीएमओ के ही पाले में है। अब देखना है कि जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी संजीवनी नर्सिंग होम पर कोई कार्रवाई करेंगे कि फिर पुनः क्लीनचिट देकर इसी प्रकार मौतों का सिलसिला चालू रखेंगे परंतु यह जरूर है कि आजकल रायबरेली जिले के स्वास्थ्य विभाग में एक कहावत लागू हो रही है पैसा हो चाहे जैसा हो और कहावत सिद्ध हो रही है।
रिपब्लिक भारत न्यूज़ 24
जिला संवाददाता धर्मेंद्र सोनी