बेगूसराय से एके-47 बरामदगी मामले में एक बड़ी महत्वपूर्ण जानकारी सामने आ रही है. AK-47 बरामदगी के बाद कल तक जिस सफेदपोश के कनेक्शन की बात सामने आ रही थी. अब उसकी पहचान उजागर हो गई है. बेगूसराय के एसपी अवकाश कुमार ने खुद जानकारी देते हुए एक बड़ा खुलासा किया है. जिस 188 जिंदा गोलियों और दो लोडेड मैगजीन के साथ जिस एके-47 को पुलिस ने बरामद किया, वो AK-47 किसी और का नहीं बल्कि बिहार बीजेपी के विधायक कुंदन सिंह के भाई का है,
मंगलवार को दोपहर में बेगूसराय के एसपी अवकाश कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस कर मीडिया को यह जानकारी दी कि 19 सितंबर की रात में बेगूसराय के नगर थाना अंतगर्त कपसिया मोहल्ले में छापेमारी कर एक एके 47 राइफल बरामद किया गया था. इसके साथ 188 जिंदा गोलियां और AK-47 की 2 लोडेड मैगजीन भी बरामद की गई थी. जिस शख्स के घर से इसकी बरामदगी हुई, उसका नाम मंजेश उर्फ़ बंटी उर्फ़ बड़े है. पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार किया है,
पुलिस की पूछतछ में मंजेश उर्फ़ बंटी उर्फ़ बड़े ने खुलासा किया कि वह बेगूसराय सदर सीट से बीजेपी विधायक कुंदन सिंह के ममेरे भाई नंदन चौधरी का ड्राइवर है. एसपी अवकाश कुमार ने मीडिया के सामने यह साफ़ कर दिया कि यह अत्याधुनिक हथियार AK-47 बीजेपी विधायक कुंदन सिंह के ममेरे भाई नंदन चौधरी का है, जैसा कि मंजेश उर्फ़ बंटी उर्फ़ बड़े ने पुलिस को बताया है.
आपको बता दें कि बेगूसराय सदर सीट से बीजेपी विधायक कुंदन सिंह वहां के मेयर उपेंद्र सिंह के बेटे हैं. उपेंद्र सिंह और उनके भांजे नंदन चौधरी की काफी बनती हैं. कई पारिवारिक मौके पर दोनों का मिलना जुलना भी लगा रहता है. ऐसा उन्होंने खुद फर्स्ट बिहार झारखंड को बताया है. हालांकि भांजे नंदन चौधरी का AK-47 पकड़े जाने के मामले में उन्होंने किनारा कर लिया और कहा कि उनसे इसका कोई भी संबंध नहीं है. इस हथियार के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है. हालांकि बेगूसराय के एसपी अवकाश कुमार का साफ़-साफ़ कहना है कि मंजेश उर्फ़ बड़े के मुताबिक एक साल पहले ही नंदन चौधरी ने उसे AK-47 और भारी मात्रा में जिंदा गोलियां रखने को दिया.
अत्याधुनिक हथियार एके-47 की बरामदगी मामले में पॉलिटिकल कनेक्शन सामने आने के बिहार के पुलिस और सियासी गलियारे में हड़कंप मच गया है. जिले में इस बात की चर्चा है कि ये अपराधी किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे. हालांकि पुलिस ने अभी इसपर कुछ भी बोलने से साफ़ इनकार किया है,
एसपी अवकाश कुमार का कहना है कि मुख्य आरोपी नंदन चौधरी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है. पुलिस उसे दबोचने के लिए ढूंढ रही है. जैसे ही नंदन चौधरी की गिरफ्तारी होगी, इसकी सूचना दी जाएगी. और नंदन चौधरी की गिरफ़्तारी के बाद ही इसका खुलासा हो पायेगा कि आखिरकार 188 जिंदा गोलियों और दो लोडेड मैगजीन के साथ जिस एके-47 को क्यों रखा गया था. आखिरकार बदमाश किस बड़ी वारदात को अंजाम देने वाले थे.
उधर दूसरी ओर मेयर के भगिना और विधायक के भाई का नाम सामने आने के बाद तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं. पंचायत चुनाव और उसके बाद विधान पार्षद चुनाव को लेकर भी लोग तरह-तरह की बातें कर रहे हैं.।