यूपी(रामपुर) मिलक भारतीय किसान संघ रामपुर के जिला अध्यक्ष आदेश शंखधार ने बताया कि नगर मिलक की सरकारी भूमि रामलीला मैदान में कुछ दबंगों द्वारा अवैध रूप से कब्ज़ा कर उसमें पक्का निर्माण कर लिया है जिसकी पैमाईश कराकर उसे कब्ज़ा मुक्त कराने की मुहीम पिछले लगभग एक वर्ष से चला रहे हैं। लेकिन मिलक प्रशासन की घोर लापरवाही के कारण उक्त सरकारी भूमि की पैमाईश पिछले तीन बार टाली गई है। और उसके बाद भारतीय किसान संघ द्वारा एक पत्र देकर चेतावनी दी गई थी जिसमें कहा गया था कि अगर ज़ल्द ही पैमाईश न की गई तो मिलक प्रशासन के खिलाफ़ धरना प्रदर्शन किया जाएगा। जिसके बाद मिलक प्रशासन हरक़त में आया और दिनाँक 16 सितम्बर को उसकी पैमाईश कराई गई। लेकिन बड़े ही दुर्भाग्य की बात यह है कि आज दिनाँक 23 सितम्बर को पूरे सात दिन बीत जाने के बाद भी उसकी पैमाईश रिपोर्ट हमें मिलक प्रशासन द्वारा उपलब्ध नहीं कराई जा रही है। इससे साफ़ प्रतीत होता है कि मिलक प्रशासन अपनी लापरवाही से बाज़ नहीं आ रहा है। और वह जन भावनाओं से खिलवाड़ कर रहा है। क्योंकि उस भूमि से नगर मिलक के लोगों की आस्था जुड़ी हुई है। क्योंकि वहाँ पर भगवान श्री राम की लीलाओं का मंचन तथा श्री श्याम बाबा का भव्य दरबार व संकीर्तन होता है। इसलिए ही यह मिलक में आस्था का केन्द्र है। और नगर मिलक का हर व्यक्ति चाहता है कि उसकी पैमाईश रिपोर्ट पूरी ईमानदारी के साथ बनाकर सार्वजनिक की जाए। अगर उस भूमि कब्ज़ा पाया जाता है तो उसे तत्काल प्रभाव से हटाकर उसकी चाहरदीवारी कराकर उसमें एक गेट लगाया जाए। जिससे कि वह भूमि सुरक्षित हो सके। मिलक प्रशासन द्वारा जो रिपोर्ट देने में देरी की जा रही है वह ठीक नहीं है। अगर प्रशासन द्वारा सरकारी भूमि की पैमाईश ठीक प्रकार की गई है तो फ़िर रिपोर्ट देने में देरी क्यों हो रही है। क्या प्रशासन किसी के दबाब के चलते रिपोर्ट देना नहीं चाहता है। या फ़िर सरकारी भूमि दबंगों के चंगुल में है जिसे वह ख़ाली कराने में सक्षम नहीं है।
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