रायबरेली-सतांव-जहां एक तरफ उत्तर प्रदेश सरकार स्वच्छ जल को लेकर करोड़ों रुपए खर्च कर रही है जिससे कि ग्रामीणों को स्वच्छ जल मिल सके और किसी प्रकार की कोई बीमारी ना हो। वही रायबरेली के जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव सरकार की मंशा के अनुसार जनपद के विकास के कार्यों के लिए लगातार प्रयत्नशील है। परंतु जिले के सतांव ब्लॉक के ग्राम बिरवल मजरे पोरई ग्राम पंचायत में ग्रामीणों को स्वच्छ पीने का जल नहीं मिल रहा है। ग्रामीणों को पानी पीने के लिए दूर नदी से पानी लाना पड़ता है।
आज पानी की समस्या को लेकर दर्जनों महिलाएं सतांव ब्लॉक पहुंची। उन्होंने बताया कि कई महीनों से इंडिया मार्का हैंडपंप खराब हो गया है जिसको लेकर ग्राम प्रधान से कई बार शिकायत की गई। परंतु ग्राम प्रधान हैंडपंप का रिबोर नहीं करवा रहे हैं।
महिलाओं ने बताया कि वर्तमान में ग्राम प्रधान वंशराज यादव तीन पंचवर्षीय से प्रधान बन रहे हैं परंतु एक दर्जन घरों के स्वच्छ पीने की स्वच्छ पानी की व्यवस्था प्रधान द्वारा नहीं कराई जा रही है।
ग्राम प्रधान की लापरवाही से बिरवल ग्राम में ग्रामीणों को स्वच्छ जल नहीं मिल पा रहा है ग्रामीण नदी के गंदा पानी पीकर किसी तरह अपना जीवन यापन कर रहे हैं और संक्रामक बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि जब ग्राम प्रधान के पास जाकर ध्वस्त पड़े हैंडपंप को रिबोर कराने की बात कही जाती है तो ग्राम प्रधान ग्रामीणों से ही कहते हैं कि तुम सब मिलकर पहले वहां पर गड्ढा खोदो तब उसके पश्चात हम उसको सही करवाएंगे। अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर क्या ग्राम प्रधान को नल के सही करवाने का पैसा शासन द्वारा नहीं मिलता है या फिर जो पैसा ऊपर से आता है उसको ग्राम प्रधान अपनी जेब में रखना चाहते हैं और ग्रामीणों से निशुल्क कार्य करवाना चाह रहे हैं।
रिपब्लिक भारत न्यूज़ 24
जिला संवाददाता धर्मेंद्र सोनी