रायबरेली-सतांव-उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले के विकासखंड सतांव के अंतर्गत चंदई रघुनाथपुर में बने प्रधानमंत्री सामुदायिक शौचालय की स्थिति को देखकर कोई भी हैरत में आ सकता है उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा चलाई जा रही महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक प्रधानमंत्री सुलभ शौचालय योजना चलाई गई थी जो कि आज बदहाली के आंसू बहा रहा है आज तक ना तो सामुदायिक शौचालय में बिजली का कनेक्शन हुआ,जो समर्सिबल बोरिंग कराई गई है वह भी आज तक चालू नहीं की गई,न ही अंदर पानी की व्यवस्था की गई शौचालय के अंदर का नजारा देख कर ऐसा लगता है की सरकार की योजनाओं को पूरी तरह से दुरुपयोग करने में ग्राम विकास अधिकारी श्रुति श्रीवास्तव कोई कसर नहीं छोड़ रही है काश सतांव विकासखंड के अंतर्गत सभी ग्राम पंचायतों की जांच कराई जाए तो कोई ग्राम पंचायत इससे अछूती नहीं मिलेगी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार रायबरेली जिले क विकासखंड सतांव क्षेत्र की सभी ग्राम पंचायतों की स्थिति एक ही जैसी है जब ऐसे प्रकरणों में विकास खंड अधिकारी राजेश कुमार सिंह से जब बात की जाती है एक तो कैमरे के सामने बोलने से बचते नजर आते हैं हां मौखिक रूप से यही कहते हैं कि कार्यवाही की जाएगी लेकिन कार्यवाही की बात छोड़िए आज तक किसी भी कर्मचारी को ऐसे प्रकरणों में भेजना भी उचित नहीं समझते, कहीं ऐसा तो नहीं कि सारा खेल विकास खंड अधिकारी की मिलीभगत से सभी ग्राम पंचायतों की स्थिति ऐसी बनी हुई है जब हमारे जिला संवाददाता धर्मेंद्र सोनी मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों से बात की तो वहां पर एक और मामला प्रकाश में आया कि पंचायत मित्र के द्वारा कॉलोनियों के नाम पर लाखों रुपए का गबन किया गया है बल्कि सरकार का दावा है कि जब से उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी है तब से हमारे प्रदेश में रिश्वतखोरी कम हुई है परंतु आज गरीब जनता से पैसा वसूलना पंचायत मित्र की कार्यशैली बन गई है,आखिर सरकार का वह दावा कहां गया जो सरकार ने सरकार बनाने के बाद कहा था आखिर रायबरेली के उच्च अधिकारी ऐसे मामलों को संज्ञान में क्यों नहीं लेते हैं आखिर कार्यवाही ना करना कहीं न कहीं भ्रष्टाचार की पोल खोलता हुआ नजर आ रहा है,अब देखना है कि इस खबर को जिम्मेदार अधिकारी कितना संज्ञान लेते हैं यह बहुत बड़ा सवाल बन गया हैं?
रिपब्लिक भारत न्यूज़ 24
जिला संवाददाता धर्मेंद्र सोनी