जिलाधिकारी के निर्देश पर हुई कार्यवाही से हड़कंप।
पवई(आज़मगढ)पवई थाना क्षेत्र के मित्तूपुर में चर्चित जहरीली शराब कांड के दो आरोपियों की तीन करोड़ की संपत्ति को प्रशासन ने बुधवार को कुर्क कर दिया।जिलाधिकारी के निर्देश पर तहसीलदार फूलपुर संजय कुमार कुशवाहा व थानाध्यक्ष पवई ब्रम्हदीन पांडेय के साथ भारी संख्या में पुलिस फोर्स के साथ आरोपियों की संपत्तियों पर डुगडुगी बजा कर लाल झंडी लगाई गई।जिससे क्षेत्र में हड़कंप मचा रहा। ज्ञाक्त हो कि बीते मई माह में मित्तूपुर बाजार और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रो में यहाँ की बनी जहरीली शराब के सेवन से दो दर्जन से अधिक लोगो की मौत से जिले ही नही प्रदेश में हड़कंप मच गया था।इस मामले में मित्तूपुर बाजार से भारी मात्रा में अबैध शराब और इसे बनाने के उपकरण आदि बरामद हुये थे।उसके बाद इस मामले में संलिप्त करीब आधा दर्जन लोग पकड़े गये थे जो कि जनपद कारागार में बंद है।पुलिस ने इस मामले में संलिप्त सभी अभियुक्तों को गिरोहबंद बताते हुये D 74 मोती गैंग के तहत सूचीबद्ध किया। प्रशासन द्वारा अपराध निवारण हेतु चलाये जा रहे अभियान के तहत जिलाधिकारी आज़मगढ राजेश कुमार के आदेश के तहत इस जहरीली शराब कांड के दो मुख्य अभियुक्तों राजेश अग्रहरी व वृजेश अग्रहरी की लगभग तीन करोड़ की संपत्ति को कुर्क करने तहसीलदार फूलपुर संजय कुमार कुशवाहा और थानाध्यक्ष पवई ब्रम्हदीन पांडेय के साथ भारी संख्या में पुलिस बल पहुचा।यहां पहुच कर मित्तूपुर बाजार स्थित इन दोनों के कई मकानों व जमीनों व क्षेत्र के दावनपारा गाँव मे अबैध धन से खरीदे गये खेत को कुर्क कर दिया।इस दौरान प्रशासन ने डुगडुगी बजवाते हुये कुर्क की गई संपत्तियों पर लाल झंडी लगवाया।प्रशासन की इस कार्यवाही से क्षेत्र में हड़कंप की स्थिति रही। इस संबंध में थानाध्यक्ष पवई ब्रम्हदीन पांडेय ने बताया कि ये दोनों जिले के सूचीबद्ध अपराधी होने के साथ ही साथ मित्तूपुर शराब कांड के मुख्य अभियुक्त है।उत्तर प्रदेश गिरोहबन्द अधिनियम व समाज विरोधी क्रिया कलाप निवारण अधिनियम की धारा 14(1)के तहत जिलाधिकारी आज़मगढ के आदेश के क्रम में यह कार्यवाही की जा रही।