• धर्म नीति से चलता हैं,राजनीति और कूटनीति से नहीं: तेजस्वी संत आदित्य सागर
• भगवान का मंदिर पुण्यशाली ही बना सकता हैं: श्रुतसंवेगी आदित्य सागर
• भगवान मुनिसुव्रतनाथ के मंदिर का हुआ भूमिपूजन शिलान्यास समारोह
जैनमुनि आदित्यसागर जी ने कहा….
• टोडलमल जैन ने सोने की मौहरें बिछाकर खरीदी थी दुनिया की सबसे महंगी जमीन… लेकिन मुगलों के आगे नही झुके
• गुरु गोबिंदसिंह के छोटे साहिबजादों का कराया था अंतिम संस्कार
• गुरदीप सिंह चावला ने अपनी कॉलोनी का नाम बदलकर भगवान मुनिसुव्रतनाथ कॉलोनी रखा
झांसी:- नगर के बड़ागांव गेट बाहर स्थित चावला कॉलोनी में परम तेजस्वी संत आदित्यसागर जी मुनिराज,अप्रमित्त सागर जी,सहजसागर जी महाराज के मंगल सानिध्य एवम् प्रतिष्टाचार्य बा. ब्र. पीयूष भैया के दिशा निर्देशन में भगवान मुनिसुव्रतनाथ के नवीन मंदिर हेतू भूमिपूजन एवम् शिलान्यास समारोह संपन्न हुआ। इस अवसर पर धर्मसभा को संबोधित करते हुए जैन श्रमण आदित्यसागर जी महाराज ने कहा कि धर्म नीति से चलता हैं,राजनीति या कूटनीति से नहीं। दुनिया में अपने लिए आवास तो पशु पक्षी आदि जीव जंतु भी बना लेते हैं, महापुण्यशाली होते है वह मनुष्य जो भगवान का मंदिर बनाया करते हैं। मुनिश्री ने आगे एक कथानक सुनाते हुए कहा कि दीवान टोडलमल जैन ने गुरु गोबिंद सिंह के साहिबजादों की शहादत होने पर अंतिम संस्कार हेतू मुगलों से सोने की मोहरें बिछाकर जमीन का सौदा किया था लेकिन धर्म और नीति के लिए मुगलों के आगे झुककर समझौता मंजूर नही किया। मुनिश्री के मुखारविंद से कथा सुनकर तुरंत कॉलोनी डेवलपर्स गुरदीप सिंह चावला ने अपनी कॉलोनी का नाम चावला कॉलोनी से बदलकर भगवान मुनिसुव्रतनाथ कॉलोनी करने का निर्णय लिया।उपस्थित जनसमूह ने ताली बजाकर इस निर्णय का स्वागत किया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री प्रदीप जैन आदित्य, विशिष्ट अतिथि गुरदीप सिंह चावला,चैनरूप जैन, कार्यक्रम अध्यक्ष आनन्द ड्योडिया,जैन समाज झांसी के संरक्षक अजित जैन,मुख्य शिलान्यास पुण्यार्जक प्रमिला जैन नगरा,वरिष्ठ समाजसेवी इंजी.हुकुमचंद जैन,राजेंद्र जैन प्रेस,अशोक लाला,पदमचंद मिट्ठया,पंचायत कनिष्ठ उपाध्यक्ष वरुण जैन, संजीव जैन मिनि गारमेंट्स,मुकेश जैन हौजरी,संतोष जैन रेल्वे, अरविन्द कामरेड,मनोज नायक, रविन्द कामरेड,प्यावल मंत्री खुशाल जैन,दिनेश जैन डीके, जितेन्द्र चौधरी,कमलेश जैन रोहित गारमेंट्स,प्रदीप महरौनी,आलोक विश्वपरिवार,अमित प्रधान,अलंकार जैन,सौरभ सर्वज्ञ,संजय कर्नल,अंकित सर्राफ,सुयोग भण्डारी,गौरव जैन नीम,दिव्यांश जैन,दीपांक सिंघई,शुभम जैन,अनूप जैन सनी,अनिल जैन,विवेक भगतजी, सन्नू मोदी,घनश्याम गुप्ता,श्रीमति शीला सिंघई,प्रभा जैन,साधना जैन,उषा जैन,मेघा जैन,पूनम जैन,मनीषा सिंघई,अंजली जैन,सीमा नायक,सारिका सिंघई,रंजना जैन,सुलेखा नायक,दीपाली जैन आदि सैंकड़ों श्रद्धालु उपस्थित हुए।
कार्यक्रम का कुशल संचालन सौरभ जैन सर्वज्ञ एवम् आभार गौरव जैन नीम ने व्यक्त किया।
आहारचर्या के उपरांत मध्यान बेला में मुनिसंघ का गमन श्री दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र सांवलिया पार्श्वनाथ करगुंवा जी के लिए हुआ जहां पूर्व से विराजमान मुनिश्री अविचलसागर महाराज से वात्सल्य मिलन हुआ। श्रमण संस्कृति के दो धाराओं रूपी संत मिलन के इस अद्भुत दृश्य को देखकर उपस्थित जनसमूह में आनंद छा गया।
प्रेषक:-
सौरभ जैन सर्वज्ञ
कोषाध्यक्ष:- भारत विकास परिषद विवेकानन्द शाखा
मनोनीत सदस्य:- श्री दिगंबर जैन पंचायत समिति,झांसी
मोबाइल नंबर 9140535648
Whatsapp. 9795682269