• परिवार,धर्म,देश को बचाने वाला क्षत्रिय: मुनि श्रेष्ठ सुधासागर
• क्षत्रिय का तात्पर्य संस्कारों से हैं: जगतपूज्य सुधासागर
• जैन मुनि भी क्षत्रिय: निर्यापक श्रमण सुधासागर
• हम मरते दम तक करते हैं धर्म,व्रत नियम संयम का पालन: मुनिपुंगव सुधासागर
• मरना स्वीकार लेकिन मुनि धर्म नहीं छोड़ेंगे: सुधासागर महाराज
झांसी: मेडिकल क्षेत्र स्थित सुप्राचीन जैन तीर्थ करगुंवाजी की धर्मसभा में जगतपूज्य निर्यापक श्रमण मुनिपुंगव सुधासागर जी महाराज ने अपनी ओजस्वी वाणी में क्षत्रिय धर्म को परिभाषित करते हुए कहा कि पाप के लिए जो मरता हैं वह आतंकवादी होता हैं लेकिन जो परिवार,धर्म,देश की रक्षा के लिए युद्ध करता है,बलिदान करता हैं वह क्षत्रिय होता हैं। क्षत्रिय का तात्पर्य कुल या जाति से नहीं संस्कारों से हैं। किसी भी कुल,वंश में जन्म लेने वाला क्षत्रिय बनकर धर्म और राष्ट्र की रक्षा करने का संकल्प लेकर क्षत्रिय बन सकता हैं। वस धर्म और धर्मात्मा की रक्षा के लिए मरने – मारने की क्षमता उसके अंदर होना आवश्यक हैं। क्षायिक सम्यकदृष्टि, तदभव मोक्षगामी,मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम ने जिस प्रकार धर्म,नीति,न्याय एवम् सती की रक्षा के लिए रावण की 11अक्षुण्णि सेना के करोड़ों सैनिकों के मार गिराया था उसी प्रकार का भाव जिस व्यक्ति के अंदर विद्दमान हैं वह क्षत्रिय हैं। राष्ट्र की रक्षा में तत्पर सैनिक इतने लोगों को मारने के बाद भी हत्यारा नही “देश रक्षक” कहलाता हैं । उन्होंने आगे कहा कि जैन मुनि भी क्षत्रिय होते हैं,मरते दम तक अपने धर्म,नियम,संयम एवम् व्रतों का पालन करते है। मरना स्वीकार हैं लेकिन मुनि पद छोड़ना स्वीकार नहीं। कैसी भी आपत्ति विपत्ति आ जाए लेकिन मुनिधर्म का त्याग नहीं करते हैं।
इस अवसर पर वरिष्ठ नेता भाजपा ललित जैन,प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया के सदस्य प्रदीप जैन (रायपुर),वरिष्ठ समाजसेवी सुरेन्द्र सर्राफ, महेन्द्र सिंघई,राजेश जैन दीनदयाल नगर,संतोष जैन जलनिगम, सीए सुमतचंद जैन,नीलेश मोदी,युवा समाजसेवी बशु जैन,अंकित सर्राफ,सौरभ जैन सर्वज्ञ,देवेश केडी,सचिन सर्राफ,अनिल बाजा,अमित प्रधान,आलोक जैन,कमल शिवाजी,शरद जैन,प्रमोद जैन बब्बा,बाहुबली जैन, डॉ जयेश जैन,आशीष जैन,विनम्र जैन नगरा, एड.अनूप जैन,राजीव जैन रानू,विजयवर्धन जैन,श्रीमति पूनम जैन,कल्पना जैन,पिंकी जैन सहित सैंकड़ों श्रद्धालु उपस्थित रहे। जानकारी देते हुए सौरभ जैन सर्वज्ञ ने बताया कि प्रतिदिन प्रातः 5 बजे नगर के श्रावक श्रविकाओं के द्वारा करगुंवा जी में पूज्य मुनिश्री सुधासागर जी महाराज के पाद प्रक्षालन एवं मंगल अष्ट द्रव्यों से पूजन की जाती हैं। इस अवसर करगुंवा मंत्री संजय सिंघई,मनीष जैन चंदेरी,अरुण जैन सिर्स,पूर्व करगुंवा मंत्री विनोद ठेकेदार,संजय कर्नल,राजीव शिवाजी,सनत नायक,अक्षय जैन,रंजीत जैन,अनिल जैन कटेरा,संजय छतरपुर,हर्ष नायक,श्रीमति सारिका सिंघई,सविता जैन,सुलोचना जैन,नीलू नायक,सारिका सिर्स सहित सैंकड़ों श्रद्धालु उपस्थित रहे।
पंचायत मनोनीत सदस्य गौरव जैन नीम ने बताया कि मुनिश्री सुधासागर जी महाराज को आहारचर्या कराने का सौभाग्य पूर्व मंत्री प्रदीप जैन आदित्य,श्रीमति रीता जैन, गौरव जैन मैत्रीय,आशा जैन को प्राप्त हुआ।
इसके पूर्व मुनिश्री सुधासागर में महाराज के मुखारविंद से उच्चारित ऋद्धि सिद्धि मंत्रों के साथ श्रावकश्रेष्ठि सुगम जैन,भागचंद जैन ने श्रीजी के मस्तक पर शांतिधारा संपन्न की। कार्यक्रम का संचालन ब्रह्मचारी अनुराग भैयाजी ने किया।
प्रेषक:-
सौरभ जैन सर्वज्ञ
कोषाध्यक्ष:- भारत विकास परिषद विवेकानन्द शाखा
मनोनीत सदस्य:- श्री दिगंबर जैन पंचायत समिति,झांसी
मोबाइल नंबर 9140535648
Whatsapp. 9795682269