“उत्तम शौच लोभ परिहारी, संतोषी गुण रतन भण्डार…”
धरि हिरदे संतोष, करहु तपस्या देह सो।
शौच सदा निर्दोष, धरम बड़ो संसार में।।
” उत्तम शौच सर्व जग जाना, लोभ पाप को बाप बखाना।
आशा पास महादुखदानी, सुख पावे संतोषी प्राणी।। ”
झांसी: नगर के समस्त जिनमंदिरों में पर्वाधिराज पर्युषण दशलक्षण पर्व के चतुर्थ दिवस श्रद्धा भक्ति का सैलाब उमड़ पड़ा। श्रद्धालुओं द्वारा प्रातः काल जिनेन्द्र प्रभु का जलाभिषेक,शांतिधारा कर अष्टमंगल द्रव्यों से पूजन करते हुए “उत्तम शौच धर्म” की आराधना की गई।
*बड़ा मंदिर:* गांधी रोड स्थित श्री दिगम्बर जैन पंचायती बड़ा मंदिर में करगुंवा तीर्थ मंत्री संजय सिंघई,दिनेश जैन डीके,रविन्द्र जैन चिरगांव,अलंकार जैन,मनोज सिंघई,राजकुमार भण्डारी,वरुण जैन,गौरव जैन “नीम”, दीपांक सिंघई,आशीष जैन माची,”, दिव्यांश जैन,अनिल जैन “कल्लू”,शुभम जैन “छोटू”, सौरभ जैन “गीतकार”,अनूप जैन “सनी”,मयंक जैन लाला,अविनाश मड़वैया,रवि जैन,शुभम जैन “जैरी”,सौरभराज जैन,वैभव जैन,अनुभव जैन,आग्रह जैन,सौरभ जैन “बिजली”,अनूप जैन,राहुल जैन,शानू जैन,कमल जैन “चाय वाले”,सुकमाल जैन “गुदरी”,विकास जैन विक्की चिरगांव,आलोक जैन विश्वपरिवार सहित सैंकड़ों श्रद्धालुओं ने भगवान के मस्तक पर अभिषेक शांतिधारा कर विश्वशांति की मंगलकामना की।
*कटरा मंदिर:* महावीर चौक स्थित श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन कटरा मंदिर में खुशाल जैन,कमलेश जैन,अजय जैन बीड़ी वाले,डॉ विनय जैन,नीलेश जैन सागरगेट,अमित जैन मुहारी,जिनेन्द्र जैन राजहंस,राकेश जैन पड़रा,डॉ लालचंद जी जैन,अखिल जैन सोनू ने श्रीजी का अभिषेक किया। अरविन्द जैन,विपिन जैन “ओम बिजली”,राजेश जैन लाला ने शांतिधारा का सौभाग्य प्राप्त किया।
*गुदरी मंदिर:* डरु भौंडेला स्थित श्री नेमिनाथ दिगम्बर जैन गुदरी मंदिर में भगवान शान्तिनाथ का अभिषेक श्री सनत जैन गुदरी,श्री रवि जैन कंधारी,श्री सनत नायक ,श्री विशाल जैन एवं अनेक उपस्थित श्रद्धालुओं ने बड़े भावभक्ति पूर्वक किया। भगवान की शांतिधारा करने का सौभाग्य सुभाष जैन, सौरभ जैन गुदरी मंदिर,अरुण जैन सिर्स, नवीन जैन को प्राप्त हुआ। शांतिधारा का वाचन हुकुम चंद्र जैन दुमदुमा ने किया।
*करुणास्थली:* मेडिकल गेट नंबर 3 के सामने पहाड़ी पर स्थित श्री भगवान महावीर स्वामी करुणास्थली पर विशाल प्रतिमा का अभिषेक डॉ जिनेन्द्र जैन,संजय कर्नल,दुष्यंत जैन,बाहुबली जैन, निवर्तमान सभासद राजेश जैन, डॉ सागर जैन, डॉ अंचल जैन, डॉ जयेश जैन,शिखरचंद जैन ने किया। उत्तरांचल तीर्थक्षेत्र कमेटी के महामंत्री प्रवीण जैन एवम् अमित प्रधान को शांतिधारा करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। इस अवसर पर श्रीमति देवी जैन, पुष्पा जैन,आशा जैन,कुसुम जैन, डॉ राखी जैन,रचना जैन,अनुपमा जैन,अंबाली जैन ने महार्घ समर्पित किए।
*चंद्रोदय तीर्थ:* करगुंवा क्षेत्र की पहाड़ी पर स्थित श्री दिगम्बर जैन चंद्रोदय तीर्थ पर भव्य समवसरण जिनालय में चतुर्दिक विराजमान श्री चंद्रप्रभु भगवान का विधिविधान पूर्वक अभिषेक सौरभ जैन सर्वज्ञ एवम् अंकित सर्राफ ने किया अंशुल जैन को शांतिधारा करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। इस दौरान सौरभ जैन सर्वज्ञ ने बताया कि आत्मा की शुचिता का,स्वच्छता का,निर्मलता का होना ही “उत्तम शौच धर्म” है। यह धर्म लोभ के अभाव में प्रकट होता है,क्योंकि लोभ समताभाव का शत्रु है,अधैर्य का मित्र है,मोह का विश्राम स्थल है,पापों की खान है,समस्त आपत्तियों का स्थान है, खोटे ध्यान का क्रीड़ा वन है,व्याकुलता का भंडार है,शोक का जन्मदाता है,कलह का स्थान है,संसार में मनुष्य लोभ के कारण ही अनेक दुखों को सहन करता है,पाप करता है। इसीलिए लोभ को पाप का बाप कहा गया हैं। क्योंकि
“तन की भूख तनिक है,एक पाव या सेर।
मन की भूख अपार है, चाहे मिले सुमेर।।”
प्रेषक:-
सौरभ जैन सर्वज्ञ
मनोनीत सदस्य, श्री दिगम्बर जैन पंचायत समिति झांसी
प्रवक्ता: अखिल भारतीय विनिश्चय ग्रुप
मीडिया प्रभारी: दिगम्बर जैन समाज,झांसी
संस्थापक सचिव: भारत विकास परिषद् विवेकानन्द झांसी
मोबाइल नंबर 9140535648
Whatsapp 9795682269