लखीमपुर खीरी। लॉकडउन के दौरान 22 मार्च 2020 से करोना कॉल के चलते सरकार ने सभी विद्यालय बंद करने के निर्देश दिए थे। सरकार ने कक्षा 9 से इंटर तक विद्यालयों को ऑनलाइन छात्र छात्राओं को पढ़ाई कराने के लिए निर्देश दिए साथ ही सरकार ने यह भी निर्देश दिए कि जो बच्चों के अभिभावक कमजोर हैं वह विद्यालय में प्रार्थना पत्र देकर अपनी समस्या बता सकते हैं। उच्चाधिकारी समस्या का निस्तारण भी करेंगे फीस के लिए विद्यालय द्वारा दबाव अभिभावकों पर न बनाया जाए जो लोग फीस जमा करने में सक्षम हैं वह फीस जमा करें जो बच्चों के अभिभावक की आर्थिक स्थिति खराब है वह विद्यालय में प्रार्थना पत्र भी दे सकते हैं। विद्यालयों के बच्चों को स्कूल से निकाला न जाए 1 साल 3 माह से नर्सरी से 8 तक विद्यालय लगातार बंद हैं अभी तक खोले जाने के निर्देश नहीं मिले ।विद्यालय संचालक सरकार के निर्देशों का इंतजार कर रहे हैं मंगलवार को एक छात्रा ने जिला अधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर इंटर कॉलेज द्वारा फीस का दबाव बनाने व स्कूल से निकाल देने का आरोप लगाया है शिप्रा मिश्रा पुत्री गुड्डू मिश्रा निवासी बहादुर नगर लखीमपुर की छात्रा ने बताया कि वाह अजमानी इंटरनेशनल स्कूल में कक्षा 11 की छात्रा है जुलाई 2020 तक उसकी फीस जमा है अजमानी इंटरनेशनल स्कूल में 2 माह की फीस 8300 रुपए ली जाती है करीब 10 महीने से फीस जमा नहीं कर पाई है अजमानी इंटरनेशनल स्कूल के संचालक द्वारा उसको स्कूल से निकाल देने की धमकी दी जा रही है। परीक्षा में भी नहीं बैठने दिया जाता है। जिलाधिकारी डॉ अरविंद कुमार चौरसिया ने जिला विद्यालय निरीक्षक को समस्या का निस्तारण करने के निर्देश दिए।
इस संदर्भ में अजमानी इंटरनेशनल स्कूल के संचालक जसमीत सिंह अजमानी उर्फ विक्की ने बताया जब बच्चे फीस जमा नहीं करेंगे हम स्टाफ को वेतन कहां से देंगे सरकार ने ऐसा कोई निर्देश नहीं दिया है कि बच्चों से फीस न ली जाए छात्रा द्वारा लगाया जा रहा आरोप निराधार है किसी बच्चे को स्कूल से नहीं निकाला गया है।