मऊ-जिला कारागार मऊ का जनपद न्यायाधीश शंकर लाल, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट फर्रुख इनाम सिद्दीकी एवं विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव कुंवर मित्रेश सिंह कुशवाहा ने शुक्रवार को औचक निरीक्षण किया। इस दौरान जेल में निरुद्ध बंदियों को उनके अधिकारों, कर्तव्यों तथा नि:शुल्क विधिक सहायता के बाबत जागरुक किया गया। साथ ही साथ कोविड नियमों का भी जेल के अंदर सख्ती के साथ पालन करने का निर्देश न्यायाधीशों द्वारा दिया गया।
उ. प्र. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के निर्देशन में जिला कारागार का शुक्रवार की दोपहर 12 बजे जिला कारागार मऊ का जनपद न्यायाधीश शंकर लाल, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट फर्रुख इनाम सिद्दिकी एवं विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव कुंवर मित्रेश सिंह कुशवाहा ने संयुक्त रुप से औचक निरीक्षण किया। जिला कारागार के निरीक्षण के दौरान जेल अधीक्षक भीम सेन मुकुन्द,अवनीश कुमार सिंह प्रभारी जेलर, अमर कुमार सिंह उप जेलर, ओम प्रकाश रावत हेड, प्रदीप कुमार पटेल पाकशाला प्रभारी उपस्थित पाए गए। निरीक्षण के दौरान जेल कैदियों को उनके अधिकारों, कर्तब्यों तथा नि:शुल्क विधिक सहायता के सम्बंध में जागरुक किया गया। जेल अधीक्षक को निर्देश दिया गया कि जो भी कैदी है, उनको विधिक सहायता का भरपूर लाभ दिया जाय। कैदियों के जेल अपील के सम्बंध में अधीक्षक से पूछा गया तो अधीक्षक द्वारा बताया गया कि सभी कैदियों का जेल अपील हो चुका है। किसी भी कैदी का जेल अपील लम्बित नहीं हैं। अधीक्षक को जेल के अन्दर साफ सफाई, सैनिटाइजेशन कराने, सभी कैदियों को मास्क उपलब्ध कराने, कैदियों को उचित सामाजिक दूरी बनाकर रहने, मीनू के अनुसार गुणवत्तायुक्त भोजन देने तथा दवा इलाज समय से कराने हेतु निर्देश दिया गया। अधीक्षक को यह भी निर्देश दिया गया कि बाहर से आने वाले व्यक्तियों का थर्मल स्क्रीनिंग एवं सैनिटाइज कराने के बाद ही जेल के अन्दर जेल मैनुअल के अनुसार प्रवेश दिया जाय
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