रायबरेली-हरचन्र्दपुर-योगी सरकार के लाख दावो के वावजूद सरकार के आदेशों को पलीता लगाने से बाज नहीं आ रहे ग्राम विकास अधिकारी व ग्राम प्रधान और अब उनसे पीछे नहीं है महिला स्वयं सहायता समूह क्योंकि भ्रष्टाचार की जड़ें महिला स्वयं सहायता समूहों तक पहुंच गई हैं जिसका ताजा उदाहरण आज रायबरेली जिले के हरचन्र्दपुर विकासखंड के फरीदपुर ग्राम पंचायत में देखा गया,सोचने वाली बात यह रही कि अनकंप्लीट सार्वजनिक सुलभ शौचालय समूहों को हैंडओवर करवा दिया गया जबकि बिना हिचकिचाहट के महिला स्वयं सहायता समूहो ने अपने सुपुर्द भी कर लिया
प्राप्त जानकारी के अनुसार रायबरेली जिले के हरचन्र्दपुर विकासखंड के फरीदपुर ग्राम पंचायत में बने सार्वजनिक शौचालय खाक के दो पात बनकर तैयार हो गया,वही स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को बिना कार्य किए मलाई के रूप में मिल रहा मानदेय और क्या उसी मलाई से अधिकारी भी मक्खन निकालने का कार्य कर रहे हैं अब यह सवाल उठना लाजिमी हो गया है कि जब सुलभ शौचालय में सीट से लेकर गड्ढे तक का कार्य पूर्ण न होने पर भी समूहों को कैसे हैंडओवर हो गया है। ऐसा क्या कारण रहे कि ग्राम पंचायत अधिकारी और ग्राम प्रधान ने मिलकर महिला स्वयं सहायता समूहों को अनकंप्लीट सार्वजनिक सुलभ शौचालय की चाभी कैसे हैंडओवर करवा दिए गए लगता है कि अब ग्राम विकास अधिकारी व ग्राम प्रधान द्वारा कोई बड़ा गुल खिलाने के फिराक में हैं या फिर सार्वजनिक सुलभ शौचालय के नाम पर माल हड़पा गया है सबसे मजे की बात यह रही कि जब हमारे जिला संवाददाता धर्मेंद्र सोनी ने जमीनी हकीकत जानने का प्रयास किया तो वहां का नजारा कुछ अलग ही दिखाई दिया जब से सार्वजनिक शौचालय बनाकर अनकंप्लीट अवस्था में कागजों पर महिला स्वयं सहायता समूह को हैंडओवर करवा दिया गया,जबकि हकीकत कुछ और निकल कर सामने आई है जब से स्वयं सहायता समूह द्वारा हैंडओवर लिया गया सार्वजनिक शौचालय तब से आज तक समूह की किसी महिला ने वहां पर जाना उचित नहीं समझा और समूहों के लिए आया हुआ धन ग्राम पंचायत अधिकारी व ग्राम प्रधान की मिलीभगत से बंदरबांट करने की फिराक में लगे हुए हैं क्या जिले के उच्च अधिकारी ऐसे प्रकरणों को लेंगे संज्ञान या फिर अपने कर्मचारी को बचाने के लिए ऐसे मामले को ठंडे बस्ते में डाल देंगे हां यह जरूर है कि रायबरेली जिले में लगभग सभी विकास खंडों में यह कोई नई बात नहीं है और अनकंप्लीट अवस्था में कागजों पर कंप्लीट दिखाकर महिला स्वयं सहायता समूह को दे दिया गया है। अब देखना है कि जिले के ईमानदार जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ऐसे प्रकरणों में क्या रुख अपनाते हैं यह अब बड़ा सवाल बन गया है?
रिपब्लिक भारत न्यूज़ 24
जिला संवाददाता धर्मेंद्र सोनी