*👉भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया सामुदायिक सुलभ शौचालय आई दरारें*
*👉 जबकि अभी कुछ माह पूर्व ही में ग्राम प्रधान व अधिकारियों की मिलीभगत से बनवाया गया था सुलभ शौचालय*
*👉 पोरई ग्राम पंचायत में स्वच्छ भारत मिशन की धज्जियां उड़ा रहा ग्राम प्रधान एवं अधिकारी*
*👉 सरकार द्वारा लाख दावे के बावजूद भ्रष्टाचार रूकने का नहीं ले रहा नाम*
*👉 जबकि ऐसे मामलों में विकास खंड अधिकारी अधिकारी से सवाल किया जाता है तो मामले से पल्ला झाड़ने से बाज नहीं आते*
*👉 आखिर ग्राम प्रधान एवं जिम्मेदार अधिकारी सरकार के द्वारा चलाई जा रही महत्वपूर्ण योजनाओं का क्या इसी प्रकार पलीता लगाते रहेंगे*
रायबरेली-सतांव-सरकार द्वारा चलाई जा रही स्वच्छ भारत अभियान के तहत ग्राम पंचायत पोरई में बनाया गया शौचालय भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ ही गया। अधिकारियों की अनदेखी के चलते ठेकेदार व ग्राम प्रधान द्वारा इसके निर्माण में अनियमितता बरती गई। हालांकि अभी तक यह शौचालय पूरी तरह से चालू भी नहीं हुआ था और 2 दिन के बरसात ने खोल दी ग्राम पंचायत के भ्रष्टाचार की पोल।लेकिन भ्रष्टाचार ने इसकी दीवारों को हिला डाला, इससे दीवारों में दरार आ गई हैं। अब ग्राम प्रधान मामले की लीपापोती कराने में जुट गए हैं। अब ग्राम प्रधान महोदय इस प्रकरण में कितना सफल हो पाते हैं यह आने वाला समय ही बताएगा।
प्राप्त जानकारी के अनुसारसरकार सरकार द्वारा गांवों में सामुदायिक सुलभ शौचालय इसलिए बनवाए थे कि कोई भी ग्रामीण खुले में शौच न करें। लेकिन कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही के कारण सरकार की इस महत्वपूर्ण योजना को पलीता लगाने से बाज नहीं आ रहे है। सतांव ब्लॉक के ग्राम पंचायत पोरई में लाखों रुपये खर्च कर सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया गया था। परन्तु ग्रामीणों का आरोप है कि भ्रष्टाचार के चलते इसमें घटिया किस्म की सामग्री का प्रयोग किया गया है। बता दें कि अभी तक यह शौचालय सही तरह से चालू भी नहीं हो सका था। लेकिन भ्रष्टाचार की नींव पर रखी गई इस शौचालय की दीवारे कुछ महीने बाद ही दड़क गई हैं। जिससे यहां से गुजरने वाले लोग इस शौचालय को देखकर सरकार की योजनाओं का मजाक उड़ा रहे हैं।आरोप है कि जब शौचालय का निर्माण हो रहा था उस समय किसी भी अधिकारी ने निर्माण सामग्री पर ध्यान नहीं दिया। जब इसकी दीवारों में दरारें आ गई हैं तो ग्राम प्रधान दरारों को छिपाने के लिए ताबड़तोड़ लेबर मिस्त्री को बुलाकर बंद कराने के प्रयास में लगे हुए हैं और शौचालय के आगे जो गड्ढे हो गए थे वहां पर मिट्टी डलवाने के लिए प्रयासरत हैं।
उक्त प्रकरण से गांव में शौचालय निर्माण में भारी अनियमितता बरतने के कारण ग्रामीणों में भारी रोष है। ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम प्रधान वंशराज यादव ने जल्दबाजी में तालाब की पटाई करके शौचालय बनवा दिया लाखों रुपए की कीमत के बने इस सामुदायिक शौचालय में भारी अनियमितता की गई है।
परंतु क्या इसी प्रकार शौचालयों से लेकर गांवों की नालियों एवं खड़िजो क्या हाल होगा,ग्रामीणों की जुबान से ही पता चल रहा है,अब देखना है कि रायबरेली जिले के जिला अधिकारी मामले को कितना संज्ञान लेते हैं और इस पर क्या कार्रवाई करते हैं यह आने वाला समय ही बताएगा हां यह जरूर है कि”भ्रष्टाचार का बोलबाला,सच बोलने वाले का मुंह काला?
रिपब्लिक भारत न्यूज़ 24
जिला संवाददाता धर्मेंद्र सोनी