रायबरेली-सतांव-जहां एक और सरकार महिलाओं व बालिकाओं की सुरक्षा के लिए मिशन शक्ति अभियान चला रही है वही रायबरेली जिले में मिशन शक्ति अभियान पूरी तरह से फेल नज़र आ रहा है कहीं महिलाओं के साथ छेड़छाड़ कहीं बहला-फुसलाकर भगा ले जाने की घटनाएं आम हो गई है। अपह्रत युवती के परिजनों ने जांच कर रहे एसआई पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि मुझ से इस मामले में रुपये देने का दबाव बनाया जा रहा है। वहीं जांच कर रहे उप निरीक्षक प्रिंस सोनकर का कहना है कि परिजनों की तहरीर पर आरोपित युवक के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर जांच की जा रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसारताजा मामला रायबरेली जिले के गुरबक्श गंज थाना क्षेत्र के सतांव का है जहां पर स्कूल पढ़ने आई युवती जब स्कूल से वापस घर जा रही थी तभी रास्ते में एक युवक ने नाबालिग युवती को बहला-फुसलाकर अपनी गाड़ी से अपने साथ ले जाने लगा इसी बीच किसी ब्यक्ति ने इस घटना की सूचना युवती के मामा को लगी तो वह भी मोटरसाइकिल से उनके पीछे गया तो युवती के मामा को दबंगों ने मारा पीटा व गांडी आदि तोड़ दिया और घटनास्थल से भाग निकले। परिजनों ने बताया कि उसकी पोती को दबंग जबरन पकड़ ले गए। जब उसके मामा ने विरोध किया तो उसको बुरी तरह पीट पीटकर घायल कर दिया। इसके बाद परिवार ने मामला दर्ज करवाया,लेकिन जांच कर रहे उप निरीक्षक ने विरोधियों से रुपये लेकर हल्की धाराएं लगा दी तथा समझौता करने का दबाव बना रहे हैं।
मीडिया से मुखातिब होते हुए परिजनों ने आप बीती बताई।परिजनों ने जांच अधिकारी प्रिंस सोनकर पर आरोप लगाया कि वह मुझसे रुपए की मांग कर रहे हैं और कह रहे हैं कि अगर तुमने रुपए नहीं दिये तो सामने वाली पार्टी तुमसे अधिक रुपए ले लेंगे वह लोग रुपए लिए खड़े है।अब आखिर इस तरह के आरोपों में क्या सत्यता है यह तो जांच के बाद ही मालूम होगा परंतु पीड़ित परिवार न्याय की गुहार लेकर दर दर भटक रहा हैं।
रिपब्लिक भारत न्यूज़ 24
जिला संवाददाता धर्मेंद्र सोनी