रायबरेली-उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने सरकारी जमीनों पर कब्जा करने वालो व दूसरो की जमीनों पर काबिज होने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए और इसके लिए जिले स्तर पर एंटी भूमाफिया टीम बनाने का निर्देश भी दिया परंतु जिन खाकी वर्दी धारियों पर इसे रोकने की जिम्मेदारी दी गई उनकी ही सरपरस्ती में अवैध कब्जा धारी दूसरे की जमीन पर कब्जा कर रहे है और जमीन मालिक पुलिस से गुहार लगाता रहा लेकिन पुलिस ने उसे ही अंदर करने की धमकी दी।
सूत्रों के मुताबिक मामला रायबरेली जिले के गुरुबख़्सगंज थाना क्षेत्र के ओनई पहाड़पुर का है जंहा बीती रात गांव निवासी मैकूलाल की भूमिधरी जमीन गाटा संख्या-386-रकबा-तीन विस्वा पर गांव के ही दबंग एवं सहरंग परिवार ने रातोंरात निर्माण कर डाला और जब वो परिजनों के साथ थाने पहुंचा तो वंहा मौजूद ख़ाकीधारियो ने उसे प्रार्थना पत्र देने की बात कही।पीड़ित परिवार ने इस संबंध में थानाध्यक्ष को बताया/दिखाया कि मामला कोर्ट विचाराधीन है और उप जिलाधिकारी रायबरेली के कोर्ट से स्थगन आदेश जारी है परंतु पीडित परिवार की एक न सुनी गई और पीड़ित के परिजनों के लाख गिड़गिड़ाने पर भी दबंगों द्वारा किया जा रहा निर्माण कार्य को गुरबक्श गंज पुलिस द्वारा उचित नहीं समझा गया इस कारण पीड़ित आज न्याय की गुहार लगाने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुचा जंहा उसे उचित कार्यवाही का आश्वासन मिला।हद तो तब है जब जमीन पर स्टे होने के बावजूद भी पुलिस ने कोई भी कदम उठाने की जहमत नही उठाई,और दबंगों द्वारा पीड़ित गरीब परिवार की जमीन पर निर्माण कार्य पूरा हो गया।
बताते चले कि रायबरेली जिले के गुरुबख़्सगंज थाना क्षेत्र के ओनई पहाड़पुर निवासी मौकू लाल की पावर हाउस के सामने बेशकीमती जमीन है जिसका गाटा संख्या 386 और इसका रकबा 3 बिस्वा है। पीड़ित परिवार का आरोप है कि इस जमीन पर गांव के ही कुछ दबंग कब्जा करना चाहते थे।इसको लेकर पीड़ित ने उपजिलाधिकारी के यंहा गुहार लगाई और वंहा से जब तक विवाद का हल नही निकल आता तब तक स्थगना आदेश मिल गया।लेकिन कल रात दबंगो ने अचानक से उक्त जमीन पर निर्माण कार्य शुरू कर दिया।इसकी जानकारी जैसे ही पीड़ित को लगी तो वो वंहा पर पहुचा लेकिन विरोधियो ने उसे वंहा से भगा दिया।पीड़ित परिवार के साथ पुलिस से मदद मांगने थाने पहुचा लेकिन वंहा पर कई घंटों पर न्याय की गुहार लगाते रहा लेकिन किसी ने भी उसकी मदद नही की।उल्टा उसको ही हवालात में बंद करने की धमकी देकर वंहा से भगा दिया।पीड़ित आज न्याय मांगने के लिए पुलिस अधीक्षक की चौखट पर पहुचा जंहा साहब ने उसे मामले की जांच कराकर दोषियों पर कार्यवाही का भरोसा दिया।
कैमरे पर कुछ न बोल कर दूरभाष पर रायबरेली के पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि विपक्षियों पर 188 के तहत कार्यवाही कर दी गई है जांच कराई जा रही है अगर पुलिस की संलिप्ता पाई गई तो कार्यवाही की जाएगी, हद तो तब हो गई जब गुरबक्श गंज थाने स उसे महज तीन सौ मीटर की दूरी लखनऊ रोड पर विवादित भूमि पर पूरी रात निर्माण कार्य चलता रहा परन्तु गुरुबक्शगंज पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी, यहां एक कहावत लागू होती है कि, हाई कोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट, सबसे पहले बांस कोट, क्या इसी प्रकार गरीबों पर होता रहेगा अत्याचार,क्या योगी सरकार में ऐसे पीड़ित परिवार पर दबंगों द्वारा ढ़हाया जाता अत्याचार, या फिर उत्तर प्रदेश सरकार में गरीब होना एक अभिशाप हैं। अब देखना यह है कि दबंगों पर होगी कोई कार्रवाई या फिर खाकी वर्दी कि इसी प्रकार होती रहेगी फजीहत यह समय के घर में है?
आखिर क्या है मामला
योगी सरकार में भूमाफियाओं का बोलबाला, इन भू माफियाओं को नहीं रहा कानून का डर आपको बताते चलें कि रायबरेली जिले के गुरबक्श गंज थाना परिसर से महज लगभग 300 मीटर दूर लखनऊ रोड पर पावर हाउस के ठीक सामने मैकूलाल पुत्र बिंदा निवासी ओनई पहाड़पुर की एक किता भूमि गाटा संख्या 386 रकबा लगभग 3 बिस्वा पर भू माफियाओं की गिद्ध दृष्टि बहुत पहले से लगी हुई थी आज परिणाम यह हुआ कि इस गरीब परिवार की बेशकीमती जमीन पर दबंग भू माफियाओं ने रातो रात निर्माण कार्य पूरा कर लिया जबकि इस जमीन का एक मुकदमा उप जिलाधिकारी सदर रायबरेली के कोर्ट में विचाराधीन है जिस पर अंतिम निर्णय तक स्थगन आदेश जारी भी हो चुका है परंतु इन भू माफियाओं को शासन प्रशासन का नहीं रहा कोई डर और भू माफियाओं को अपने मकसद में कामयाब हो जाना कहीं ना कहीं शासन प्रशासन पर एक सवाल बन चुका है क्या इस समाज में गरीब होना भी एक अभिशाप है परंतु अब देखना है कि शासन प्रशासन इस पीड़ित परिवार की क्या मदद करता है या फिर उच्च अधिकारी इस प्रकरण में क्या संज्ञान लेते हैं यह समय के गर्भ में है?
रिपब्लिक भारत न्यूज़ 24
जिला संवाददाता धर्मेंद्र सोनी