चौधरी चरण सिंह की 119 वीं जयंती मनाई* अशोक निरंजन
झांसी जनपद के बेतवा भवन में आज 23 दिसम्बर बेशक विश्व के लिए उतना महत्व न रखता हो लेकिन भारत के लिए यह तारीख बहुत अहम होता है. किसान मसीहा एवं देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के जन्मदिन की याद में 23 दिसम्बर को किसान दिवस के रुप में मनाया जाता है.
पूर्व प्रधानमंत्री चरण सिंह को किसानों के अभूतपूर्व विकास के लिए याद किया जाता है. चौधरी चरण सिंह की नीति किसानों व गरीबों को ऊपर उठाने की थी. उन्होंने हमेशा यह साबित करने की कोशिश की कि बगैर किसानों को खुशहाल किए देश व प्रदेश का विकास नहीं हो सकता. चौधरी चरण सिंह स्वतंत्र भारत के पांचवें प्रधानमंत्री के रूप में 28 जुलाई, 1979 को पद पर आसीन हुए. यह समाजवादी पार्टियों तथा कांग्रेस(ओ) के सहयोग से देश के प्रधानमंत्री बने.
वहीं पूर्व उपाध्यक्ष सिंचाई बंधु व रालोद प्रदेश सचिव अशोक निरंजन ने बताया कि उत्तर प्रदेश के किसान चरण सिंह को अपना मसीहा मानने लगे थे. उन्होंने समस्त उत्तर प्रदेश में भ्रमण करते हुए कृषकों की समस्याओं का समाधान करने का प्रयास किया. उत्तर प्रदेश के ग्रामीण इलाक़ों में कृषि मुख्य व्यवसाय था. कृषकों में सम्मान होने के कारण इन्हें किसी भी चुनाव में हार का मुख नहीं देखना पड़ा.
युवा जिला अध्यक्ष राष्ट्रीय लोक दल नीरज पटेल ने बताया कि वर्तमान केंद्र व प्रदेश की सरकार किसान विरोधी है इस समय लोगों को समय पर सरकार खाद उपलब्ध नहीं करा पा रही है। इस अवसर पर, युवा बुन्देलखण्ड अध्यक्ष याकूब खान, युवा प्रदेश सचिव अजय रावत, राकेश कुशवाहा, नीरज यादव मडोरा ,जयपाल पटेल, पुष्पेंद्र दांगी, दिनेश कुशवाहा ,जय शंकर यादव, साबिर खा, रहमान खा, दीपक वर्मा, गोलू, रोहित ,वाहिद खा, भूरे खा, नौशाद, इब्राहिम खा, रिजवान, राजू, हरि सोनी सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
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